पंजाब और हरियाणा में पराली जलाए जाने के कारण दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता (एयर क्वालिटी) गिरती जा रही है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) गुरुवार को 235 के स्तर पर पहुंचा।सिस्टम ऑफ एयर क्वॉलिटी एंड वेदर फोरकास्ट एंड रिसर्च (एसएएफएआर) का अनुमान है कि शुक्रवार को एक्यूआई का स्तर 273 तक पहुंच जाएगा। एक्यूआई को 0-50 के बीच ‘बेहतर’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘सामान्य’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है। इस साल ज्यादा जगहों पर पराली जलाई गई पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर (पीआरएससी) के मुताबिक, पिछले साल के मुकाबले इस बार काफी ज्यादा पराली जलाई जा रही है। एसीएम डिविजन प्रमुख अनिद सूद ने कहा, ‘‘हम रिकॉर्ड को देखें तो पिछले साल के मुकाबले इस बार 23 सितंबर से 21 अक्टूबर के बीच काफी ज्यादा पराली जलाई गई। पिछले साल 2575 जगहों पर पराली जलाई थी। इस बार अब तक 3466 जगहों पर पराली जलाई जा चुकी है।’’ 4 से 15 नवंबर के बीच ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू होगा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए 4 से 15 नवंबर के बीच ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू करने का ऐलान किया है। केजरीवाल ने दीपावली पर होने वाले पॉल्यूशन को भी ध्यान में रखकर यह फैसला लिया। हाल ही में दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के स्तर को देखते हुए डीजल जनरेटरों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। आवश्यक और आपात स्थिति में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।