मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली प्रवास के दौरान शुक्रवार को तिहाड़ जेल में बंद पी. चिदंबरम से मुलाकात की। चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम भी इस दौरान गहलोत के साथ रहे। मुलाकात के बाद गहलोत ने मीडिया से बात की। इसमें उन्होंने कहा कि चिदंबरम को केस में षडयंत्र करके जेल में बंद किया गया है। गहलोत ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट एक केस में उन्हें (पी.चिंदबरम) जमानत दे चुका है। उसके बाद दूसरे केस में भी वही बातें रखी जाती हैं। हम लोग 25 साल पहले मंत्री थे। वह कॉमर्स में थे। मैं टेक्सटाइल में था। तब से मैं देख रहा हूं, वे उससे पहले से देश की सेवा करते आ रहे हैं। 45 साल की सेवा के बाद यह इनाम मिला है इनको, बिना कोई मुकदमे के, बिना कोई केस के, बिना कोई आरोप के।" 'जो हत्या मामले में जेल में बंद, उसकी गवाही को बनाया आधार' मुख्यमंत्री ने कहा कि इंद्राणी मुखर्जी, जो खुद बेटी की हत्या के केस में जेल में बंद है। उसकी गवाही को आधार बनाकर इन्हें (पी. चिंदबरम) को जेल में बंद कर दिया। देश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। 'चिंदबरम को देश की चिंता' आज भी चिंदबरम को देश की चिंता है। हम जब बात कर रहे थे देश में जो स्लोडाउन हुआ है मंदी का दौर चल रहा है उसमें क्या हालात होंगे, एक्सपोर्ट कम हो गया। किसानों का क्या होगा। वह आज भी जेल में बैठे-बैठे चिंता कर रहे हैं। आप सोच सकते हैं कि जो देशभक्त होगा वह हमेशा चिंता करेगा। 80 से ज्यादा लोगों को टारगेट कर चुकी सरकार विभिन्न राज्यों में 80 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज हो चुके हैं। राज्यों में प्रधानमंत्री कार्यालय मॉनिटरिंग करता है। टारगेट तय किए जाते हैं। फिर राज्यों की एजेंसियां सक्रिय हो जाती है। वह कार्रवाई शुरू कर देती है। टेलीफोन पर बातचीत करते हुए भी लोग डरे हुए हैं।