नागरिकता संशोधन कानून 2019 को लेकर पूर्वोत्तर, बंगाल के बाद दिल्ली में प्रदर्शन हिंसक हो गया है। इस कानून के विरोध में रविवार सुबह से ही जामिया मिलिया विश्वविद्यालय के छात्र और स्थानीय लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं। इसी दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में कारों और बसों में तोड़फोड़ मचा दी। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को आंसूगैस छोड़ने के साथ ही लाठीचार्ज करने पड़ा। जानकारी के मुताबिक भीड़ ने 3 बसों में आग लगा दी है। पुलिस प्रदर्शनकारियों को विश्वविद्यालय तक धकेलने की कोशिश कर रही है। प्रदर्शनकारियों ने न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के सामने मथुरा रोड बंद कर दिया है। इस कारण ओखला अंडरपास से सरिता विहार तक ट्रैफिक बंद है। इस बीच शनिवार को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। ओवैसी ने नागरिकता कानून को संविधान का उल्लंघन करार दिया है। नागरिकता संशोधन बिल 9 दिसंबर को लोकसभा और 11 दिसंबर को राज्यसभा से पास हो गया था। 12 दिसंबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के दस्तखत के बाद यह कानून बन गया। कानून को लेकर पूर्वोत्तर राज्यों में लगातार प्रदर्शन-हिंसा हो रहा है। ‘कानून पर सुप्रीम कोर्ट ऑर्डर पास करे’ ओवैसी ने याचिका में कहा, ‘‘सुप्रीम कोर्ट को एक आदेश पारित कर नागरिकता बिल के सेक्शन 2, 3, 5 और 6 को असंवैधानिक घोषित करना चाहिए। ये सेक्शंस अनुच्छेद 14, 21 और 25 का उल्लंघन करते हैं।’’ ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट से यह भी मांग की कि गृह मंत्रालय के 7 सितंबर 2015 के नोटिफिकेशन जीएसआर 685 (ई) और 18 जुलाई 2016 के नोटिफिकेशन जीएसआर 702 (ई) को असंवैधानिक घोषित किया जाए। वहीं, असम में विपक्ष के नेता देबब्रत सैकिया, सांसद अब्दुल खालिक और रूपज्योति कुर्मी ने कानून को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई की तरफ से याचिका दायर करेंगे। असम का प्रतिनिधिमंडल मोदी-शाह से मिलेगा असम के मंत्री चंद्रमोहन पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल की अगुआई में एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेगा। इसमें नागरिकता कानून को लेकर राज्य में पैदा हुए हालात पर चर्चा होगी। इस बीच असम के डीजीपी भास्कर ज्योति महंत ने शनिवार को कहा कि हिंसा भड़काने के लिए 85 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। महंत ने यह भी कहा कि राज्य में स्थिति नियंत्रण में है। हिंसा भड़काने वाले लोगों पर सख्ती बरती जाएगी। लोग अफवाह फैलाने वालों सूचना अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में दें।