नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली की जामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में उग्र प्रदर्शन के बाद सोमवार को लखनऊ के नदवा कॉलेज में भी छात्रों ने विरोध जताया। पत्थरबाजी के बाद पुलिस ने काॅलेज के गेटों को बाहर से बंद कर दिया। इस दौरान जामिया के छात्रों के समर्थन में नारेबाजी हुई। लखनऊ एसपी कलानिधी नैथानी ने कहा कि 150 से ज्यादा लोग जब प्रदर्शन के लिए आए, तब करीब 30 सेकंड तक पत्थरबाजी हुई। फिलहाल स्थिति सामान्य है। छात्र अपनी क्लासों में लौट गए। जामिया यूनिवर्सिटी में रविवार रात प्रदर्शनकारियों ने 4 बसों समेत 8 वाहन फूंक दिए थे। पुलिस के बल प्रयोग में करीब 100 से अधिक छात्र जख्मी हुए थे। 52 छात्रों को हिरासत में लिया गया था। इसके खिलाफ जामिया और जेएनयू के छात्रों ने पुलिस हेडक्वार्टर का घेराव किया। सोमवार तड़के पुलिस ने सभी छात्रों को छोड़ दिया। जामिया हिंसा को लेकर दो एफआईआर दर्ज हुई हैं। जामिया में पुलिस कार्रवाई के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में भी रात को छात्रों का प्रदर्शन उग्र हो गया। पुलिस पर पत्थरबाजी के बाद छात्रों पर लाठीचार्ज हुआ। इसमें 60 से ज्यादा छात्र जख्मी हुए। आज अलीगढ़ शहर में रात 10 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा। जबकि सहारनपुर में अगले आदेश तक मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। एएमयू और जामिया प्रशासन ने 5 जनवरी तक छुट्टी घोषित कर दी है। एएमयू के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद ने बताया कि छात्रों से रविवार देर रात हॉस्टल खाली कराए गए। उन्हें बस और ट्रेन से घर भेजने के इंतजाम किए गए। जामिया के भी कई छात्र सोमवार को अपने घर रवाना हो गए। एडीजी पुलिस अजय आनंद ने बताया कि अलीगढ़ में स्थिति नियंत्रण में है। शहर में हर तरफ पुलिसकर्मी तैनात हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 6 जिलों मेरठ, बुलंदशहर, कासगंज, बागपत, सहारनपुर और बरेली में एहतियातन धारा 144 लागू की गई।