22 जनवरी 2024 को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इससे पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में पहली कैबिनेट बैठक की है। लोकसभा चुनाव 2024 भी करीब है। बता दें कि 9 नवंबर 1989 को श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास हुआ था। सुप्रीम कोर्ट में सालों चले राम जन्म भूमि विवाद का फैसला भी 9 नवंबर 2019 को ही श्रीरामलला के पक्ष में आया था। मुख्यमंत्री ने बताया कि रामनगरी अयोध्या में हुई कैबिनेट बैठक मे कुल 14 प्रस्ताव लाए गए थे, जिन्हें मंजूरी दी गई है. इनमें इनलैंड वाटर वे प्राधिकरण के गठन, अयोध्या मे श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ विकास परिषद के गठन, मां पटेश्वरी देवीपाटन विकास परिषद के साथ ही मुज़फ्फरनगर मे ‘शुक तीर्थ विकास परिषद’ के गठन को मंजूरी दी गई. इन प्रस्तावों पर भी लगी मुहर अयोध्या मे मांझा जमथरा मे 25 एकड़ भूमि पर मंदिर म्यूजियम के निर्माण हेतु प्रस्ताव पास अयोध्या शोध संस्थान को अंतराष्ट्रीय रामायण वैदिक शोध संस्थान के रूप मे विस्तारित करके स्थापित करने को मंजूरी हाथरस मे दाऊजी लक्खी मेला को प्रांतिकरण करने का निर्णय,अयोध्या के सभी मेलो को प्रांतीय करण करने के प्रस्ताव को मंजूरी बुलंदशहर मे गंगा मेला का प्रांतीय करण व वाराणसी मे देव दीपावली आयोजन का प्रांतीय करण करने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदेश मे महिला स्वयंसेवी समूहों को उनके ही ब्लॉक मे प्लांट लगाने के संबंध मे प्रस्ताव को मंजूरी ड्रोन पॉलिसी को मंजूरी, राज्य स्तर पर नियमावली लागू करने के संबंध मे प्रस्ताव को मंजूरी स्थानीय स्तर पर प्रशासन द्वारा क्रियान्वयन कराने के प्रस्ताव भी पास शीतकालीन सत्र 28 नवंबर से आहूत करने के प्रस्ताव को मंजूरी कैबिनेट बैठक से पहले मंत्रिपरिषद ने किए रामलला के दर्शन कैबिनेट बैठक से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने अपने मंत्रीमंडल के साथ रामलला और हनुमानगढ़ी में बजरंगबली की आरती की. इसके बाद मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन राम मंदिर का भी जायजा लिया. हनुमानगढ़ी और रामलला का आशीर्वाद लेने के बाद अयोध्या के रामकथा सभागार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में यूपी की कैबिनेट बैठक शुरू हो गई है. आज होने वाली कैबिनेट बैठक में अयोध्या के विकास समेत कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लगेगी.योगी कैबिनेट को हनुमानगढ़ी पर महंत राजू दास ने दर्शन-पूजन कराया