देशभर में आज दशहरा मनाया जा रहा है। विजयादशमी पर शस्त्र पूजा होती है, इसलिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में जवानों के साथ त्योहार मनाने पहुंचे। सुकना कैंट में रक्षा मंत्री ने पहले अस्त्र-शस्त्र की पूजा की। बाद में वहां मौजूद जवानों को तिलक लगाया। लोहे और लकड़ी से बनी चीजों की पूजा उस परंपरा का प्रतीक है, जिसमें हम किसी भी वस्तु के इस्तेमाल से पहले और बाद में उसके प्रति आभार व्यक्त करते हैं। यह प्रतीक है कि जरूरत पड़ने पर शस्त्रों को पूरी ताकत से प्रयोग किया जा सकता है। हमने कभी भी किसी देश पर पहले हमला नहीं किया है। हमें किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। हमने युद्ध तभी लड़ा, जब किसी देश ने हमारी अखंडता और संप्रभुता का अनादर किया हो। जब किसी देश ने धर्म, सत्य और मानवीय मूल्यों का अपमान किया हो। सीमाओं पर सेनाओं की मौजूदगी से किसी भी घटना की संभावना नहीं है, लेकिन, मौजूदा हालात में अनदेखी नहीं कर सकते हैं। दुनिया में कुछ भी हो, तैयारियों में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।