वात्सल्य ग्राम वृन्दावन, की संस्थापिका, वात्सल्य मूर्ति साध्वी ऋतंभरा को नि:स्वार्थ समाज सेवा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा " पद्म भूषण" सम्मान से अलंकृत किया गया। यह सम्मान महामहिम राष्ट्रपति महोदया द्वारा 27 मई 2025 को राष्ट्रपति भवन में दिया गया। ऋतंभरा को "पद्म भूषण" मिलने पर वात्सल्य गंगा आश्रय, हरिद्वार में . "वात्सल्य परिवार" द्वारा उनका नागरिक अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर श्री श्याम ट्रस्ट , दिल्ली की ओर से चर्चित जैन एवं राजीव गुप्ता ने चांदी का मुकुट पहनाया और चांदी की गदा भेंट की, सुंदरलाल गुप्ता दिल्ली ने पगड़ी पहनाई तथा प्रकाश, सुरेंद्र,टीपी माहेश्वरी, सुनीता बंसल ने पुष्पमाला पहनाकर साल ओढ़ाई तथा बी. आर. सिंगला, प्रेम पसरीचा, सुभाष जग्गा ने अभिनंदन पत्र भेंट किया । अमेरिका से रामजी भाई पटेल, उदयपुर राजस्थान से गुनेंद्र मेड़तिया,पवन शर्मा दिल्ली से प्रदीप यादव, नरेश अग्रवाल आदि ने कमल के पुष्प भेंट किये। साध्वी ऋतंभरा के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दीदी मां ने नारी उत्थान एवं बाल उत्थान के लिए अभूतपूर्व कार्य किया है राम जन्मभूमि आंदोलन में जन जागरण में उनकी अहम भूमिका रही उसके पश्चात उन्होंने स्वयं को समाज सेवा के लिए समर्पित कर दिया। वृंदावन में वात्सल्य ग्राम इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है, जहां नारी निकेतन, वृद्धा आश्रम, बाल आश्रम को संयुक्त रूप में एक पारिवारिक व्यवस्था दी है जो विश्व में और कहीं देखने को नहीं मिलती। दीदी मां को पद्म भूषण मिलने पर पूरा शिष्य परिकर ही नहीं पूरा हिन्दू समाज आनंदित है। कार्यक्रम में संजय भैया, जय भगवान अग्रवाल, साध्वी साक्षी चेतन, महामंडलेश्वर साध्वी सत्यप्रिया, स्वामी सत्यशील,साध्वी समन्विता, स्वामी सत्यश्रृवा, स्वामी सत्यश्रेय एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। जय भगवान अग्रबाल ने आभार व्यक्त किया तथा संचालन डॉ. उमाशंकर राही ने किया।