वृंदावन, बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर परियोजना को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने शनिवार को वृंदावन के सप्त देवालयों का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान आगरा जोन के कमिश्नर शैलेंद्र सिंह, डीआईजी शैलेश पांडे, मथुरा के जिलाधिकारी सीपी सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ मंदिरों का दौरा किया और सेवायतों से बातचीत की। अधिकारियों ने सेवायतों को कॉरिडोर योजना के बारे में विस्तार से बताया और यह स्पष्ट किया कि किसी भी मंदिर की सेवा-पूजा परंपरा के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। उन्होंने विशेष रूप से श्री गोपीनाथ जी, श्री राधा रमण जी, श्री गोकुलानंद जी, श्री राधा दामोदर जी, श्री राधा श्याम सुंदर जी और श्री राधा वल्लभ जी मंदिर का मुआयना किया। निरीक्षण के संबंध में जानकारी देते हुए कमिश्नर आगरा जोन शैलेंद्र सिंह ने बताया कि यह निरीक्षण सप्त देवालयों के संदर्भ में था। उन्होंने उन अफवाहों का खंडन किया जिनमें दावा किया जा रहा था कि प्रशासन वृंदावन के 197 मंदिरों का अधिग्रहण कर लेगा। कमिश्नर ने स्पष्ट किया कि माननीय उच्चतम न्यायालय में एक रिट याचिका चल रही है, जिसका उद्देश्य मंदिर प्रबंधन को बेहतर और मजबूत बनाना है। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय का जो भी निर्णय आएगा, उसका सर्वसम्मति से पालन किया जाएगा। आज के निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य सभी मंदिरों के दर्शन-पूजन की व्यवस्था को समझना और सेवायतों से बातचीत कर भविष्य में इसे और बेहतर बनाने के तरीकों पर जानकारी प्राप्त करना था। यह निरीक्षण ऐसे समय में हुआ है जब बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर को लेकर विभिन्न चर्चाएं चल रही हैं और प्रशासन इन चर्चाओं के बीच पारदर्शिता बनाए रखने का प्रयास कर रहा है।