नई दिल्ली : पर्यावरण परियोजनाओं की मंजूरी को लेकर जयंती नटराजन के आरोपों पर चुप्पी तोड़ते हुए राहुल गांधी ने आज कहा कि गरीबों और आदिवासियों के कल्याण में रूचि होने के कारण उनका जयंती के साथ संवाद हुआ था । कांग्रेस उपाध्यक्ष ने यहां एक रैली में कहा, ‘मैं आपको बताना चाहता हूं कि मैंने गरीबों और आदिवासियों के लिए लड़ाई लड़ी तथा मैंने जयंती नटराजन से कहा कि हमें पर्यावरण, गरीबों और आदिवासियों के कल्याण पर ध्यान देना चाहिए । मैं गरीबों, झुग्गी झोपड़ी वासियों और कमजोर तबके के लिए लड़ाई जारी रखूंगा ।’ उन्होंने आरोप लगाया कि हाल में कांग्रेस छोड़ने वाली नटराजन को कांग्रेस को निशाना बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने सिखाया-पढ़ाया है । राहुल ने कहा कि वह समाज के गरीबों और कमजोर तबकों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए राजनीति में आए, न कि किसी व्यवसायी को लाभ पहुंचाने के लिए । इस दौरान उन्होंने मोदी पर हमला बोला और कहा कि वह अपने ‘उद्योगपति मित्रों’ को लाभ पहुंचा रहे हैं । नटराजन ने पिछले शनिवार को यह आरोप लगाते हुए कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था कि पर्यावरण मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान औद्योगिक परियोजनाओं को पर्यावरण मंजूरी न दिए जाने के कारण उनका ‘‘तिरस्कार’’ किया गया, जबकि ऐसा उन्होंने राहुल गांधी से संवाद के परिप्रेक्ष्य में किया था । कुछ महीने पहले उन्होंने सोनिया गांधी को भी पत्र लिखा था और आरोप लगाया था कि उन्हें राहुल गांधी से पर्यावरण मंजूरी पर खास निर्देश मिले थे तथा अंतत: बड़ी परियोजनाएं खारिज कर दी गईं । इस रूख पर वह इस्तीफे की घोषणा करने के समय भी कायम रहीं । उनकी टिप्पणियों को लेकर भाजपा ने राहुल पर सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेतृत्व पर तीखा हमला बोला था ।