नई दिल्ली: दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार पर नकेल कसने के लिए एनडीए सरकार अब नया दांव चलने की कोशिश में है। केंद्र सरकार दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग को हटाकर उनके स्थान पर किसी अन्य अधिकारी को इस कुर्सी पर बैठाने की तैयारी कर रही है। इस महीने के अंत तक जंग को राज्यपाल बनाकर कहीं और भेजा जा सकता है। अरुण माथुर ले सकते हैं जंग की जगह केंद्र सरकार 1977 बैच के आईएएस अधिकारी अरुण माथुर को जंग की जगह दे सकती है। वह 2012 में ईडी के निदेशक रहे थे और इस समय दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग के चेयरपर्सन हैं। वह दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ और सेक्रेटरी टु एलजी भी रह चुके हैं। माथुर की गैर विवादित छवि और लंबे समय तक दिल्ली में कार्य करने का अनुभव उन्हें एलजी के लिए केंद्र सरकार की पहली पसंद बताया जा रहा है। हालांकि, उनके अलावा अनिल बैजल, शक्ति सिन्हा और यशोवर्धन आजाद के नाम पर भी विचार हो रहा है। जंग की कांग्रेस से नजदीकी के चलते मोदी सरकार ने लिया फैसला लेफ्टिनेंट गर्वनर नजीब जंग कांग्रेस के करीबी माने जाते हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद वे केंद्र के लिए मुसीबत का कारण बन सकते हैं। भाजपा सूत्रों की मानें तो अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली 'आप' पर केंद्र सरकार जंग के कंधे पर बंदूक रखकर निशाना नहीं साध सकती। जंग को हटाकर वह किसी विवाद को भी जन्म नहीं देना चाहती। इसी वजह से उन्हें किसी राज्य का राज्यपाल बनाने का फैसला किया गया है। दूसरे राज्यों के चुनावों पर नजर पार्टी सूत्रों की मानें तो आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद जंग को दिल्ली से रवाना करना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि 'आप' सरकार की हां में उनकी हां मिलाना केंद्र के लिए बहुत भारी पड़ सकता है। सरकार को डर है कि कहीं दिल्ली की तरह मोदी लहर की हवा बिहार, बंगाल और यूपी चुनाव में भी न निकल जाए।