कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाया कि वे सहिष्णुता और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की बातें करके कांग्रेस की जगह लेने का प्रयास कर रहे हैं। साथ ही, उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा कि क्या, किसी का स्वभाव बदल सकता है। सिंह ने दावा किया, आज धर्मनिरपेक्षता की परिभाषा को चुनौती दी जा रही है। हमारे लिए धर्मनिरपेक्षता का मतलब क्या है। इसका मतलब सर्व धर्म समभाव है। और अब प्रधानमंत्री कांग्रेस पार्टी की जगह लेने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन क्या किसी का स्वभाव बदल सकता है? सिंह ने यहां पंडित जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती पर आयोजित एक समारोह में कहा, श्रीमान मोदी अब सहिष्णुता की बात कर रहे हैं। वह अल्पसंख्यकों के अधिकारों की बात कर रहे हैं। सांप्रदायिक होने के लिए मोदी पर हमला बोलते हुए सिंह ने सवाल किया कि क्या उन्हें वर्ष 2002 के गुजरात दंगों पर अफसोस है या क्या पीड़ितों को न्याय दिलाया गया है। उन्होंने कहा, मैं उनसे पूछना चाहता हूं। क्या वह इस बात का पश्चाताप कर रहे हैं कि गुजरात दंगों में हजारों मासूम लोग मारे गए ? क्या वह 2002 के दंगों के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए तैयार हैं? ये वे मुद्दे हैं जिनका जवाब मोदी को पहले देना चाहिए। सिंह ने मोदी से यह भी सवाल किया कि क्या वह मुजफ्फरनगर दंगों में आरोपी भाजपा नेता के खिलाफ कार्रवाई करने को तैयार हैं या क्या वह देश को बांटने वाली ‘रामजादा और....टिप्पणी करने वाली केंद्रीय मंत्री को हटाएंगे? ’