नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पेश बजट को ‘प्रगतिवादी’ और ‘व्यवहारिक’ बताया और कहा कि यह वृद्धि को नयी जान देगा और विदेशी निवेशकों को स्थिर, विश्वसनीय और निष्पक्ष कर प्रणाली मुहैया कराएगा। मोदी ने ट्वीट किया, केन्द्रीय बजट 2015 एक स्पष्ट दृष्टि वाला बजट है। यह एक ऐसा बजट है जो प्रगतिवादी, सकारात्मक, व्यवहारिक और विवेकपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह बजट हमारी वृद्धि की गाड़ी को नयी रफ्तार देगा और यह एक खुशहाल भविष्य की भोर का संकेत है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री अरूण जेटली को इस गरीब समर्थक, वृद्धि समर्थक, मध्यम वर्ग समर्थक, युवा समर्थक और समूचे परिदृश्य को बदलने वाले बजट के लिए बधाई दी जानी चाहिए। मोदी ने कहा कि बजट में किसानों, युवाओं, गरीबों और नव मध्यम वर्ग पर खास ध्यान दिया गया है और यह वृद्धि, समानता और रोजगार सृजन पर जोर देता है। बजट को निवेश हितैषी बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह टैक्स मामलों पर तमाम संदेह दूर करता है और निवेशकों को यह भरोसा देता है कि हमारे यहां एक स्थिर, विश्वसनीय और निष्पक्ष कर प्रणाली है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जेटली ने 2022 तक हासिल किए जाने वाले उद्देश्यों का खाका खींचा है, जिसमें सबके लिए आवास, नौकरी, स्वास्थ्य, शिक्षा और पूर्ण बिजलीकरण का प्रावधान है। काले धन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक नया कानून बनाने की बात करना विदेशों में पड़े काले धन का एक एक रूपया वापस लाने की हमारी प्रतिबद्धता दर्शाता है। मोदी ने राज्यों की आकांक्षाओं का सम्मान करने और साथ ही राष्ट्रीय प्राथमिकताओं पर भी ध्यान देने का शानदार काम अंजाम देने के लिए जेटली की सराहना की। उन्होंने कहा कि बजट इस बात का भी संकेत देता है कि सरकार भारत के पूर्वी और उत्तर पूर्वी भागों के लिए विकास की भागीदारी सुनिश्चित करने और भविष्य में वृद्धि की दिशा में बढ़ने का रास्ता दिखाने के लिए भी वचनबद्ध है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जन धन योजना की सफलता हर्षित करने वाली है और इसी पर आगे बढ़ते हुए बड़ी योजनाओं का ऐलान किया गया है, जिससे गरीबों के जीवन में समूल बदलाव आएगा। इस परिप्रेक्ष्य में उन्होंने नयी योजनाओं जैसे सुरक्षा बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, जीवन ज्योति योजना, विद्या लक्ष्मी कार्यक्रम का ऐलान किया और कहा कि इससे जन धन से जन कल्याण का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने कहा कि अटल नवाचार मिशन और सेतु जैसी योजनाएं भारत में नवाचार, उद्यमिता और नवागन्तुकों को बढ़ने और निखरने का मौका देने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती हैं।