मध्यप्रदेश के विंध्य और बुंदेलखंड में बारिश आफत बन गई है। दो दिन से जारी बारिश से रीवा तो टापू बन गया है। यहां कई इलाके पानी में डूबे हैं। राहत और बचाव के लिए सेना बुलाई गई है। सेना के 60 जवान दो हेलिकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू में लगे हुए हैं। राजधानी भोपाल में शुक्रवार सुबह से हो रही नॉन-स्टॉप बारिश का दौर शनिवार सुबह तक जारी रहा। उधर, बिहार में तेज बारिश और गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से आरा जिले के 157 गांवों में बाढ़ आ गई है।ऐसे हैं मप्र में हालात... - मध्य प्रदेश में बुंदेलखंड के छतरपुर, पन्ना, दमोह और टीकमगढ़ जिले में बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं। विंध्य में रीवा-सतना रोड पर उन्नत बीहर पुल डूब गया है। बीहर नदी खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर बह रही है। - रीवा के मुकुंदपुर ह्वाइट टाइगर सफारी में तीन युवक 24 घंटे से फंसे हुए हैं। भोपाल, विदिशा, उमरिया में बीते 24 घंटे में तेज बारिश हुई है। - वेदर डिपार्टमेंट ने शनिवार को छतरपुर, सतना, पन्ना, विदिशा, रायसेन, भोपाल, सागर, दमोह जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। भोपाल में नॉन स्टॉप बारिश - शुक्रवार को भोपाल में सुबह से लेकर रात 3:00 बजे के बाद तक बारिश का दौर जारी रहा। इंदौर, देवास, खजुराहो समेत प्रदेश के 60 फीसदी हिस्से बारिश से तर हो गए। - भोपाल में सुबह 8:30 से रात 8:30 तक 24 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। शनिवार को भोपाल, विदिशा, सीहोर, होशंगाबाद, रायसेन, हरदा समेत कई जगहों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मैहर में 28 सेंटीमीटर बारिश -मौसम केंद्र के डायरेक्टर डॉ. अनुपम काश्यपि ने बताया कि रीवा व सागर संभाग के जिलों और शहडोल, जबलपुर, भोपाल, ग्वालियर संभाग के जिलों में कई स्थानों पर जोरदार बारिश हुई है। -बीते 24 घंटे में मैहर 28, नौगांव व नागौद 21, पन्ना में 19, छतरपुर में 17, रीवा और खजुराहो में 14-14, सतना 13, कटनी 8, टीकमगढ़ 7, ग्वालियर 3, सागर व दमोह 2-2 सेमी बारिश होना रिकॉर्ड की गई। बिहार में 157 गांवों में बाढ़ - बिहार के कई इलाकों में तेज बारिश के बाद गंगा और सोन नदी उफान पर है। गंगा नदी में उफान आने पर आरा और भोजपुर जिले में 157 गांव बाढ़ से घिरे हुए हैं। - कटिहार और लखीसराय जिले में भी गंगा नदी उफान पर है। सैकड़ों एकड़ में लगी फसल गंगा में समा गई है। - पहले से बाढ़ की मार झेल रहे भागलपुर, कटिहार, लखीसराय, मुंगेर, पटना, बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, और समस्तीपुर जिलों के दियारा और निचले इलाकों की स्थिति और बिगड़ने की आशंका है। - गंगा में उफान को देखते हुए साढ़े पांच बजे के बाद नावों को चलाने से रोक दिया गया है।