पीएम के संसदीय क्षेत्र काशी से बीजेपी आज से 'युवा उद्घोष' कार्यक्रम की शुरुआत की। इसमें पार्टी से अभी हाल में ही जुड़े 17 हजार नए युवा मेंबर को अमित शाह ने संबोधित किया। इस मौके पर सीएम योगी, यूपी बीजेपी चीफ डॉ महेन्द्र नाथ पांडेय, प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल भी कार्यक्रम में मौजूद है। अमित शाह ने कहा- पूरे देश की आत्मा काशी है। यहां के सांसद पीएम मोदी है। बीजेपी राजनैतिक दल के साथ साथ विचारधारा भी है। पीएम मोदी ने नए भारत का संकल्प लिया है। - स्वामी विवेकानंद ने गुलामी के वक्त भारत को वक्त बढ़ाया। आज के वक्त मोदी विदेशों में भारत को आगे बढ़ा रहे हैं। -7.5 करोड़ के शौचालय बनाकर महिलाओं को गौरव बढ़ाया है। ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर काम करने का फैसला मोदी सरकार मे लिया। कांग्रेस ने इस कानून का विरोध किया। -सबसे ज्यादा हत्या-रेप छेड़खानी, लूट में यूपी नंबर वन था। योगी जी के आने पर आखिरी नंबर पर आ गया। यूपी में बिजली सबको मिल रही है। 1950 से लेकर 2017 की परंपरा से आज का युवा जुड़ा रहा है। जनता को समर्पित है सरकार: योगी -सीएम योगी ने कहा- 17 से 35 साल के युवा देश के निर्माण में शामिल हो गए हैं। विदेशों में अमेरिका, रुस के साथ भारत का नाम लिया जाता है। पहले भारत को कोई नहीं पूछता था। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी में पूछा जाता है कि चुनाव के बाद भारत के राष्ट्राध्यक्ष कैसे शासन करते हैं, देखना चाहिए। - हमारी सरकार जनता को समर्पित है।10 महीने में 11 लाख गरीबों को घर दिया। 6 लाख युवाओं को स्किल ट्रेनिंग दी गई है। 1.4 लाख युवाओं को रोजगार मिल गया है। टीचर को नौकरी देने का काम किया जा रहा है। पुलिस में 1.62 लाख नौकरियां आ रही है। हिरासत में लिए गए 40 लोग - बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के कार्यक्रम से पहले कांग्रेस ने विरोध की तैयारी की थी। सुबह के वक्त विरोध की तैयारी कर 40 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया गया। उससे पहले 19 जनवरी को कांग्रेस सेवा दल की ओर से वाराणसी के सिगरा साजन चौराहे पर अमित शाह के विरोध में पर्चा बांटा गया था। - पर्चे में अमित शाह को जस्टिस लोया का हत्यारा और गुजरात से 'तड़ीपार' बताया गया था। इसके अलावा कांग्रेस कार्यकर्ता नहीं चाहते थे कि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ यूनिवर्सिटी में किसी पार्टी का राजनैतिक कार्यक्रम हो। - वहीं, युवा उद्घोष सम्मेलन परिसर में चार दिनों से स्कूटी खड़ी मिली है। इसको पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। दिग्गज नेताओं के दौरे से पहले इसे सुरक्षा में चूक माना जा रहा है।