शहीद पुलिसकर्मियों की याद में रविवार सुबह पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड में स्मृति दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपस्थित रहे। इस मौके पर शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को सम्मानित किया गया। इस दौरान पुलिस बल की सभी यूनिट ने 12 टुकड़ियों में शोक परेड किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने शहीदों को पुष्प अर्पित किए और उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों की भर्ती, भत्ता बढ़ाने, पुलिस लाइन के निर्माण व बैरकों के बढ़ाए जाने की घोषणा की। यूपी पुलिस द्वारा मुख्यमंत्री को पुलिस कर्मियों की वीरगाथा से जुड़ी शोक पुस्तिका दी गई। जल्द दूर होगी पुलिस बल की कमी: पुलिस शहीद स्मारक स्थल पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बहादुर जवानों के परिवारों आश्वस्त करता हूं कि राज्य सरकार उन्हें हर सम्भव सहयोग करने के लिए तत्पर रहेगी। कहा कि सरकार पुलिस बल में कमी को दूर करने के लिए आगे बढ़ा रही है। 42 हजार पुलिसकर्मियों को पहले चरण में और अगले चरण में 51 हजार पुलिस भर्ती की जाएगी। 1 लाख 25 हजार आरक्षी भर्ती को पूर्ण करते हुए पुलिस की कमी को खत्म कर देंगे। कहा कि, समयबद्ध प्रोन्नतियों पर बल दिया गया है। पुलिस बल होगा आधुनिक: सीएम योगी ने कहा कि 5793 आरक्षियों को प्रशिक्षित किए जाने के लिए संस्थागत ढांचा उपलब्ध है। प्रशिक्षण क्षमता बढ़ाने के लिए अन्य राज्यों का भी सहयोग ले रहे हैं। जालौन और सुल्तानपुर के प्रशिक्षण केंद्र भी शुरू होंगे। राज्य सरकार पुलिस लाइन और बैरकों में धनराशि उपलब्ध करा रही है। पुलिसबल से सम्बंधित विभिन्न पहलुओं पर पुलिस बल के आधुनिकीकरण के लिए एक आयोग के गठन का निर्णय लिया है। चिकित्सा प्रतिपूर्ति प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए 1 लाख रुपए के सहयोग तक 23 नवम्बर तक चिकित्सा विभाग को निर्देश दिए जा चुके हैं। बढ़ाई प्रोत्साहन राशि: सीएम ने कहा कि जो पुलिसकर्मी कोमा में चले जाते हैं उन्हें असाधारण पेंशन दिए जाने के निर्देश दिए जा चुके हैं। 20 लाख से बढ़ाकर 40 लाख रुपए धनराशि शहीद के परिवार को और माता पिता को 10 लाख धनराशि किया जा चुका है। यूपी के मूल निवासी जो बाहर शहीद होते हैं उन्हें 25 लाख और जो यूपी के बाहर के निवासी हैं और यूपी में शहीद होते हैं तो 25 लाख की धनराशि दी जा रही है। पुलिस मुठभेड़ आतंकवादी घटनाओं में वीरगति को प्राप्त हुए पुलिसकर्मियों के पैतृक गांव के मार्ग को उनके नाम पर किया जाएगा।