मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जनसुवाई में सोमवार को 15 साल की लड़की अपने चाचा के साथ पहुंची। टोंक की रहने वाली लड़की ने सीएम से गुहार लगाई कि उसके बाल विवाह को रोका जाए। बताया कि उसकी मां की मृत्यु हो चुकी है, जिसके कारण उसके पिता बाल विवाह कराना चाहते हैं। इस पर गहलोत ने टोंक कलेक्टर और एसपी को निर्देश दिए कि उसका बाल विवाह रोका जाए। गहलोत ने बालिका से पूछा कि वह बड़ी होकर क्या बनना चाहती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मन लगाकर पढ़ाई करो। सरकार आपकी पूरी मदद करेगी। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि यदि वह चाहे तो शारदा बालिका आवासीय विद्यालय में उसे निशुल्क आवासीय शिक्षा दी जा सकती है। कलेक्टर केके शर्मा के अनुसार परिवारजनों को पाबंद कर दिया गया है कि ऐसा न करे। गौरतलब है कि सीएम अशोक गहलोत ने सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए लोगों की समस्याएं सुनी। साढ़े तीन घंटे तक चली जनसुनवाई में विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधिमंडलों, महिलाओं, बुजुर्गों एवं युवाओं ने अपनी समस्याओं से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने सभी की समस्याएं सुनी और अधिकारियों को उनके समाधान के निर्देश दिए। नाॅन टीएसपी से टीएसपी में चयनित विवाहित महिला शिक्षक संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की तथा टीएसपी क्षेत्र के निवासी से विवाह करने वाली नाॅन टीएसपी क्षेत्र की महिलाओं को आरक्षण का लाभ दिये जाने के राज्य सरकार के फैसले पर उनका आभार व्यक्त किया। संघ की अध्यक्ष कल्पना वर्मा, उपाध्यक्ष पूर्वा वोहरा, महासचिव ममता पाटीदार आदि ने अवगत कराया कि सरकार ने ऐसी महिलाओं की व्यथा को समझा है। जोधपुर की एक उभरती युवा बाॅक्सर अर्शी खानम ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की। विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जीते पदक उन्हें दिखाए। सीएम ने उनकी उपलब्धियों की सराहना की। सीएम ने पूछा- बारिश में कितने रावण गल गए थे सीएम ने कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी है कि दशहरे के लिए बनाए गए कितने रावण के पुतले गल गए। उन्होंने यह रिपोर्ट कुछ युवाओं की ओर से मुआवजा मांगने पर मांगी है। सोमवार को जनसुनवाई के दौरान कुछ युवा सीएम से मिलकर बताया कि दशहरे से एक दिन पहले बारिश होने से उनकी ओर से बनाए गए रावण बारिश में गल गए थे। इससे उन्हें आर्थिक नुकसान हुआ।