स्पेन में 24 घंटे के भीतर दो आतंकी हमले हुए, इनमें 13 लोगों की मौत हो गई। पहला हमला बार्सिलोना में हुआ, यहां आतंकी ने पैदल चल रहे 13 लोगों को वैन से कुचल दिया, 100 से ज्यादा जख्मी हो गए। इसके बाद कैमब्रिल्स में बम लेकर लोगों की तरफ भाग रहे 5 आतंकियों को पुलिस ने मार गिराया, यहां एक पुलिसकर्मी समेत 7 लोग जख्मी हुए। पुलिस के मुताबिक, बार्सिलोना की सबसे बिजी सड़क लास रैम्ब्लास में आतंकी ने जानबूझकर लोगों पर वैन चढ़ा दी। दो संदिग्धों को अरेस्ट किया गया है। ISIS की प्रोपेगेंडा एजेंसी अमाक ने हमलों की जिम्मेदारी ली है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, हमले के बाद पुलिस ने आसपास के ट्रेन, मेट्रो स्टेशनों और स्टोर्स को बंद कराया। सर्च ऑपरेशन के लिए यहां लोगों के जाने पर रोक लगा दी। - स्पेन के प्राइम मिनिस्टर मैरिआनो रेजॉय ने कहा कि वो लगातार अधिकारियों के संपर्क में बने हुए हैं और प्राथमिकता घायलों को तुरंत इलाज देने की है। हालांकि अभी तक इस मामले की पूरी रिपोर्ट साफ नहीं हो पाई है। - बता दें कि इस वक्त बार्सिलोना में टूरिस्ट सीजन चल रहा है। ये यूरोप का टॉप ट्रैवल डेस्टिनेशन हैं, जहां हर साल एक करोड़ से ज्यादा टूरिस्ट आते हैं। हमले में किसी भारतीय के मारे जाने की खबर नहीं - विदेश मंत्रालय ने कहा है कि स्पेन में हुए हमले में किसी भारतीय के मारे जाने की बात सामने नहीं आई है। - सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, "मैं स्पेन में इंडियन एम्बेसी से लगातार कॉन्टैक्ट में हूं। हालांकि अभी तक किसी भी भारतीय के मारे जाने की खबर नहीं है।" फायरिंग की भी रिपोर्ट - एल पेरिओडिको न्यूज पेपर के मुताबिक, वैन क्रैश के बाद दो हथियारबंद लोग बार्सिलोना के एक बार में घुस गए। रिपोर्ट में ला बोकेरिया मार्केट में फायरिंग की भी बात कही गई, हालांकि अभी इसके सोर्स का पता नहीं चल पाया है। रिपोर्ट में ये भी नहीं बताया गया कि बार में घुसे हथियारबंद लोग ही वैन ड्राइव कर रहे थे, या नहीं। स्पेन में पहले भी हो चुके हैं हमले - इससे पहले 2004 में मैड्रिड में ट्रेन में हुए धमाके में 191 लोगों की मौत हो गई थी। हमले की जिम्मेदारी अल कायदा ने ली थी। - बता दें कि जुलाई 2016 में फ्रांस के नीस शहर में एक तेज रफ्तार ट्रक ने भीड़ को कुचला था, जिसमें 86 लोगों की मौत हो गई थी।