पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जेकेएलएफ के मार्च के बीच सेना ने पूरी नियंत्रण रेखा पर हाई अलर्ट घोषित किया है। सेना के अधिकारी ने रविवार को बताया कि नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी। अगर कोई निहत्था घुसता है तो उसे पकड़ा जाएगा और किसी थी हथियारबंद घुसपैठ को सख्ती से कुचल दिया जाएगा। नियंत्रण रेखा पर तैनात सैनिकों को फील्ड कमांडरों ने स्थिति से निपटने के लिए समुचित ब्रीफिंग दी है। सेना के सूत्रों ने बताया कि नियंत्रण रेखा के कूच के पीछे पाकिस्तान के छिपे मकसदों को देखते हुए सैनिकों को स्थिति पर कड़ी निगरानी रखते हुए संयम बरतने की सलाह दी गई है। उन्हें बताया गया है कि पाकिस्तान अपने कब्जे वाले कश्मीरियों को भेड़-बकरियों की तरह ह्यूमन शील्ड के तौर पर इस्तेमाल कर उन्माद भड़काने की कोशिश कर रहा है। वजह- वह यूएन राष्ट्र के मंच से हताश होकर लौटा है। अब वह जमीन पर शोर बढ़ाना चाहता है। ‘पाक अब अपने कब्जे वाले कश्मीरियों को ढाल बनाकर वार करना चाहता है’ सैन्य संचालन महानिदेशक रह चुके लेफ्टिनेंट जनरल विनोद भाटिया कहते हैं कि दुनिया में मुंह की खाने के बाद इस्लामाबाद की लीडरशिप हर हालत में स्थिति बिगाड़ने पर आमादा है। क्योंकि कश्मीर में एक बड़ी आबादी खामोशी से अनुच्छेद-370 के हटने का समर्थन कर रही है। ऐसे में पाक अब अपने कब्जे वाले कश्मीरियों को ढाल बनाकर वार करना चाहता है।