दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। केजरीवाल ने बताया कि 8 जून से सभी रेस्तरां, मॉल्स और धार्मिक स्थल खुलने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कैबिनेट के फैसले के मुताबिक, दिल्ली सरकार के सरकारी हॉस्पिटल और प्राइवेट हॉस्पिटलों में सिर्फ दिल्ली के लोगों का इलाज होगा। वहीं, केंद्र सरकार के हॉस्पिटल सभी के लिए खुले रहेंगे। केजरीवाल ने बताया कि उनकी सरकार ने पिछले हफ्ते दिल्ली के लोगों की राय मांगी थी। उनमें से 90 फीसदी लोगों का कहना है कि दिल्ली के अस्पताल कोरोना के रहने तक दिल्ली के लोगों के लिए होने चाहिए। इस पर रविवार को कैबिनेट की बैठक में चर्चा के बाद इस सलाह को स्वीकार किया गया है। 5 विशेषज्ञों की कमेटी का भी यही सुझाव केजरीवाल ने यह भी बताया कि सरकार ने इस मसले पर 5 विशेषज्ञों की कमेटी बनाई थी। उसने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दिल्ली में जून के अंत तक 15 हजार बेड की जरूरत होगी। ऐसे में यहां के अस्पतालों को बाकी लोगों के लिए खोल दिया तो दिल्ली में कोरोना के मरीजों के लिए रिजर्व किए गए 9 हजार बेड 3 दिन में भर जाएंगे। कुछ निजी अस्पताल सबके लिए खुले रहेंगे केजरीवाल ने कहा कि कुछ निजी अस्पताल जो ऑन्कोलॉजी और न्यूरोलॉजी से जुड़ी विशेष तरह की सर्जरी करते हैं, जिनकी सुविधा देश के बाकी हिस्सों में नहीं है, उन अस्पतालों को छूट दी गई है। इनमें देश के बाकी लोग आकर इलाज करा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अभी होटल और बैंक्वेट हॉल खोलने की अनुमति नहीं दी जा रही, हो सकता है कि आगे जरूरत पड़ने पर इन्हें भी अस्पतालों से अटैच करना पड़े।