उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने हमारे चैनल से खास बातचीत में यह माना कि वे पूरी तरह से भाजपा में शामिल हो चुके हैं। और जो पार्टी का इतिहास रहा है। 1991 में विधानसभा की 222 सीटों पर विजयी हुई थी और 1998 के लोकसभा चुनावों में प्रदेश में 60 सीटों पर कब्जा किया था । अब पार्टी फिर से इतिहास दोहराने की ओर बढ रही है। कल्याण सिंह ने साफ किया कि वे निष्ठा के साथ पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे । जब उनसे राम मंदिर के मुद्दे पर प्रश्न किया गया तब श्री सिंह ने कहा कि यह तो करोडों लोगों के आस्था का प्रश्न है। और हम इस पर कोई राजनीति नहीं करना चाहते यह कोई चुनावी मुद्दा नहीं है। पार्टी हमेशा से कोशिश करती रही है कि लेागों की भावनाओं का ख्याल रखा जाये और मंदिर बनाया जाये । और हमारा प्रयास निरंतर जारी रहेगा। मुजफ्फर नगर दंगे के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि वे दो बार उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे उस दौर में न तो कोई जातीय संघर्ष हुआ न कोई दंगा न करफयू लगा और इस सरकार ने तो हद ही कर दी तीन दर्जन दंगे हो चुके हैं। ये सिर्फ समाजवादी पार्टी की मुसलिमों का वोट हासिल करने की चाल है। जब उनसे देश के अंनसुलझे मुद्दों के बारे में पूछा गया इस पर उन्होंने कहा कि जितनी भी समस्याऐं हैं। वे जल्द ही दूर होने वाली हैं। क्यूंकि मोदी के नाम जादू पूरे देश में चल रहा है। आज का नौजवान मोदी को सुनने के लिए मतवाला है। और निश्चित तौर पर 2014 में एनडीए की सरकार सत्ता में आएगी और देश के विभिन्न मुद्दे अपने आप सुलझ जाऐंगे। इसके बाद उन्होंने मुलायम सिंह यादव पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की बदहाली इसलिए है क्यूंकि मुलायम सिंह यादव शुरू से ही नकल कराने के पक्षधर रहे हैं। और जब वे बतौर मुख्यमंत्री थे। उन्होंने नकल मुक्त परीक्षाऐं करायीं थीं। जिनका की रिजल्ट औसत 30 से 35 प्रतिशत रहा करता था आज वह परिणाम 85 से 90 फीसदी कैसे पहुंच गया । इससे साफ है नकल के ठेके उठते हैं और शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। जो कि एक गम्भीर विषय हैं इसके बाद जब आखिर में उनसे व उनके पुत्र राजू भईया चुनाव कहां से लडेंगे का प्रश्न किया गया तो उन्होंने ने साफ किया कि राजू भईया इस बार चुनाव नहीं लडेंगे जहां तक उनका प्रश्न है। तो वे एटा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहेंगे।